1) Guru Nanak Dev Jayanti Langar Sewa by Faculty & Staff of Abhishek Group of Institutions.

2) अभिषेक कॉलेज, अबोहर में जनजातीयगौरवदिवस और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन

अभिषेक कॉलेज, अबोहर में जनजातीयगौरव दिवस और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को भगवान बिरसा मुंडा के संघर्षपूर्ण जीवन, आदिवासी समुदाय के लिए उनके अमूल्य योगदान तथा भारत के जनजातीय स्वतंत्रता आंदोलन में उनके साहसिक नेतृत्व से अवगत कराना था। पूरे कार्यक्रम का वातावरण देशभक्ति और जागरूकता से भरा हुआ था।कार्यक्रम की शुरुआत कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. राजवीर कौर ने अपने प्रेरणादायक उद्बोधन से की। उन्होंने छात्रों को बताया कि भगवान बिरसा मुंडा न केवल एक महान जनजातीय नेता थे, बल्कि अंग्रेज़ी शासन के विरुद्ध संघर्ष का ऐसा प्रतीक थे, जिन्होंने आदिवासी समाज में नई चेतना और एकता की भावना जगाई। डॉ. राजवीर कौर ने बिरसा मुंडा के बाल्यकाल, शिक्षा, समाज में फैली कुरीतियों के खिलाफ उनके संघर्ष और आंदोलन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उनके संबोधन ने छात्रों में जिज्ञासा और प्रेरणा दोनों का संचार किया।

इसके बाद छात्रों को भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई। डॉक्यूमेंट्री में उनके नेतृत्व, उनके द्वारा जनजातीय समाज के उत्थान के लिए किए गए प्रयासों, अंग्रेजी शासन के खिलाफ उनके विद्रोह और भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को सरल भाषा और रोचक दृश्यों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। छात्रों ने इस डॉक्यूमेंट्री को बड़ी रुचि से देखा और कहा कि इससे उन्हें इतिहास के उस अध्याय को जानने का अवसर मिला, जिसके बारे में विद्यालयों में अक्सर सीमित जानकारी मिलती है।

इस पूरे कार्यक्रम का आयोजन एनएसएस यूनिट (NSS Unit) द्वारा किया गया। सभी एनएसएस वॉलंटियर्स ने व्यवस्थाओं से लेकर छात्रों के मार्गदर्शन तक सक्रिय भूमिका निभाई।
कार्यक्रम में कॉलेज स्टाफ — प्रियंका जुनेजा, सिमरन कटारिया, संदीप सिंह, तनु कुक्कड़ और रजनी बाला — ने भी महत्वपूर्ण सहयोग दिया तथा आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।

स्टाफ सदस्यों ने बताया कि ऐसे कार्यक्रम छात्रों में राष्ट्रीय मूल्यों, समाज के प्रति जिम्मेदारी और इतिहास की समझ को मजबूत करते हैं। उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा जैसे महान सेनानियों की जीवनी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है और उनके संघर्षों को समझना आज की पीढ़ी के लिए अत्यंत आवश्यक है।

अंत में छात्रों ने कार्यक्रम के प्रति अपनी प्रशंसा व्यक्त करते हुए कहा कि इस आयोजन ने उन्हें आदिवासी नेताओं के योगदान के बारे में जागरूक किया और बिरसा मुंडा जैसे वीर स्वतंत्रता सेनानी के जीवन से प्रेरणा लेने का अवसर दिया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रहित और समाज सेवा के संकल्प के साथ किया गया।

3)एम.आर.एस.पी.टी.यू के इंटरज़ोनल यूथफेस्ट में अभिषेक कॉलेज अबोहर का शानदार प्रदर्शन: रंगोली में पहला, पोस्टर मेकिंग में तीसरा स्थान हासिल

एम.आर.एस.पी.टी.यू के इंटरज़ोनल यूथफेस्ट में अभिषेक कॉलेज अबोहर का शानदार प्रदर्शन: रंगोली में पहला, पोस्टर मेकिंग में तीसरा स्थान हासिल

महाराजा रणजीत सिंह पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी (MRSPTU) द्वारा राजपुरा में आयोजित किए गए अंतर-जोनल यूथ फेस्टिवल (Inter-Zonal Youth Festival) में विभिन्न कॉलेजों के छात्रों ने अपनी प्रतिभा का अद्भुत प्रदर्शन किया। यह महोत्सव पंजाब की समृद्ध संस्कृति और युवा शक्ति के विकास को दर्शाता है। इस रंगारंग आयोजन में अभिषेक कॉलेज के छात्रों ने अपनी रचनात्मकता और कला के दम पर शानदार प्रदर्शन करते हुए कॉलेज का नाम रोशन किया।

अभिषेक कॉलेज के छात्रों ने खास तौर पर कला प्रतियोगिताओं में अपनी छाप छोड़ी जिसमे कॉलेज की छात्रा छाया ने रंगोली प्रतियोगिता में पहला स्थान हासिल किया और अपने कॉलेज के साथ साथ अपने माँ बाप का नाम भी रोशन किया। उनकी रंगोली में पारंपरिक कला और आधुनिक सोच का बेहतरीन संगम देखने को मिला।

पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में भी अभिषेक कॉलेज के छात्रा शीतल को तीसरा स्थान हासिल किया । इस प्रतियोगिता में उन्होंने दिए गए विषयों पर अपने विचारों को कलात्मक ढंग से पोस्टर पर उतारा। उनके पोस्टर ने संदेश देने के साथ-साथ अपनी कला की गहराई से भी प्रभावित किया।

इसके इलावा मेहंदी में रितु, फोक सॉंग में जशनप्रीत सिंह, कोलाज मेकिंग में राजीव कुमार, हिंदी सोलो में ज्योति बाई और पोइम रेसिटेशन में शीतल ने शानदार प्रदर्शन किया । यह यूथ फेस्टिवल छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए एक बेहतरीन मंच प्रदान करता है। यह यूथ फेस्टिवल में संगीत, नृत्य, थिएटर, साहित्यिक और Fine Arts से संबंधित विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिनमें छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस तरह के आयोजनों से छात्रों को अपनी छिपी हुई प्रतिभा को निखारने का मौका मिलता है और उनका overall development सुनिश्चित होता है। इस फेस्टिवल में राजपुरा के आर्यन कॉलेज के परिसर में लगभग 25 कॉलेजों के हज़ारों छात्रों ने भाग लिया, जिससे यह आयोजन और भी भव्य बन गया। हमारे कॉलेज की फैकल्टी एव स्टाफ जिसमे मैडम प्रियंका, तनु, रजनी बाला, मोनिका, दीपक शर्मा, गुणित, अनमोलप्रीत, सिमरन रानी, अमित कुमार और अन्य ने मिलकर छात्रों का हौसला बढ़ाया और उन्हें भाग लेने के लिए प्रेरित किया ।

अभिषेक कॉलेज के लिए यह सफलता गर्व का क्षण है। कॉलेज के प्रबंधन चेयरमैन श्री रमणीक मिद्धा, एम.डी श्री अभिषेक मिद्धा, प्रिंसिपल डॉ राजवीर कौर शिक्षकों ने छात्रों की इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई दी और कहा कि यह उनकी dedication और मेहनत का परिणाम है। इस तरह की जीत न केवल छात्रों का मनोबल बढ़ाती है, बल्कि उन्हें भविष्य में भी इसी तरह की ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रेरित करती है।

छात्रों का कॉलेज परिसर में पहुंचने पर उनका खास स्वागत किया गया और इस मौके पर श्री रमणीक मिद्धा ने कहा कि यूथ फेस्टिवल युवा शक्ति की जीवंतता और कला के प्रति उनके जुनून को दर्शाता है और अभिषेक कॉलेज के छात्रों की सफलता यह साबित करती है कि शिक्षा के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियाँ भी छात्रों के व्यक्तित्व निर्माण में कितनी महत्वपूर्ण हैं।

4)Abhishek College Shines at Inter-Zonal Youth Festival!

5) Martyrdom Day celebrated by doing service work at Gurudwara Haripura.

6) Indian Constitution Day

7) अभिषेक कॉलेज में गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस पर विशेष सेमिनार आयोजित

अभिषेक कॉलेज में गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस पर विशेष सेमिनार आयोजित

अभिषेक कॉलेज में गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित एक विशेष सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को गुरु तेग बहादुर जी के जीवन, उनके बलिदान, मानवाधिकारों की रक्षा और धार्मिक स्वतंत्रता के लिए किए गए उनके ऐतिहासिक योगदान से अवगत कराना था। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में भाग लेकर गुरु जी की महान शिक्षाओं के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की।

इस मौके पर रिसोर्स पर्सन के रूप में गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल के इंचार्ज डॉ. मनदीप सिंह ने उपस्थित होकर सेमिनार को संबोधित किया। उन्होंने गुरु तेग बहादुर जी के जीवन के प्रमुख प्रसंगों का विस्तार से उल्लेख करते हुए बताया कि गुरु जी ने समाज की रक्षा और मानवता को बचाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। डॉ. मनदीप सिंह ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि गुरु जी की शिक्षाएँ आज भी युवाओं के लिए साहस, शांति और मानवता का मार्गदर्शन करती हैं।

इस सेमिनार की शुरुआत प्रिंसिपल डॉ. राजवीर कौर द्वारा डॉ. मनदीप सिंह का स्वागत कर के हुई। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि गुरु तेग बहादुर जी का बलिदान केवल सिख समुदाय ही नहीं बल्कि संपूर्ण मानवता के लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने विद्यार्थियों को गुरु जी के आदर्शों को जीवन में अपनाने की अपील की।
इस सेमिनार को सफल बनाने में कॉलेज के सभी स्टाफ सदस्यों—प्रियंका जुनेजा ,रजनी बाला, तनु कुक्कड़, सिमरन कटारिया, संदीप सिंह, मोनिका, दीपक शर्मा, अमित, सुखविंदर सिंह, ज्योति प्रकाश और सुरिंदर—का सराहनीय योगदान रहा। सभी ने मिलकर कार्यक्रम को व्यवस्थित रूप से संचालित किया और विद्यार्थियों को उपयोगी जानकारी प्राप्त करने में सहयोग दिया।

सेमिनार के अंत में आईक्यूएसी कोऑर्डिनेटर प्रियंका जुनेजा ने सभी मेहमानों, स्टाफ और छात्रों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल इतिहास को जीवित रखते हैं बल्कि छात्रों में नैतिक और सामाजिक मूल्यों का विकास भी करते हैं।